आंगनवाड़ी में कार्य करने वाली महिलाओं के लिए बड़ी खबर आ रही है कि अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को मिलेगी पेंशन इसको लेकर डीपीओ ने फॉर्म भरने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को मिलेगी पेंशन
उत्तर प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के लिए राहत भरी खबर है कि कम मानदेय पर कार्य करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को भी अब पेंशन का लाभ दिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बाल विकास विभाग में अल्प मानदेय पर कार्य करने वाली विधवा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के लिए बड़ा फैसला किया है।योगी सरकार ने अब प्रदेश की विधवा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को भी विधवा पेंशन का लाभ देने का निर्णय लिया है।
अभी तक आंगनवाड़ी में कार्य करने वाली इन महिलाओं को विधवा पेंशन का लाभ नहीं दिया जाता था इस लाभ सेवा से वंचित रखा गया था किंतु अब इन विधवा आंगनबाड़ी की महिलाओं को भी इस पेंशन का लाभ दिया जाएगा।
आंगनबाड़ी को कितनी मिलेगी पेंशन
आपको बता दे की आंगनबाड़ी बहनों को इस पेंशन से कुल ₹1000 का लाभ होगा विधवा पेंशन योजना के तहत हर महीने विधवा महिलाओं के खाते में ₹1000 डीवीटी के माध्यम से सरकार के द्वारा भेजे जाएँगे इसी क्रम में और आंगनवाड़ी में कार्य करने वाली विधवा महिलाओं को भी इसका लाभ दिया जाएगा
मानदेय के अतिरिक्त मिलेगा लाभ
इस योजना में शामिल होने के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को उनके मानदेय और PLI के अलावा ₹1000 का लाभ हर महीने मिलेगा।
इस योजना से आंगनबाड़ी बहनों को लाभ देने के लिए उत्तर प्रदेश के शामली जिले में शुरुआत कर दी गई है जिले में कुल 192 विधवा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका है जिनमें से 158 को विधवा पेंशन देने के लिए स्वीकृति दे दी गई
इसे लेकर दिसंबर 2023 में विभाग की तरफ से एक सर्वे किया गया था, इस सर्वे में 74 आंगनबाड़ी सेविकाएं और 118 सहायिकाएं विधवा पाई गई थी।अब इन वर्करो में से पात्र महिलाओं को चिन्हित करके इन्हें इस पेंशन योजना के तहत लाभ दिया जाएगा।
इसके लिए जिले के सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देश दिया गया है की वे चिन्हित की गयी विधवा आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सहायिकाओं की विधवा पेंशन योजना स्वीकृत कराएं। इसके लिए इन महिलाओ के डॉक्यूमेंट लेकर विधवा पेंशन के फॉर्म जन सेवा केन्द्रों के माध्यम से भरवाए जा रहे है।
सर्वे के आधार पर चिन्हित की गयी 192 विधवा आंगनवाड़ी कार्यकत्री, सहायिकाओं में 158 वर्करो की विधवा पेंशन स्वीकृत हो चुकी है। इसके अलावा बाल विकास विभाग में कार्यरत 1637 आंगनबाड़ी कार्यकत्री और सहायिकाओं में कुल 1591 कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सहायिकाओं का ई-श्रम कार्ड भी बन चुका है।
जिले के डीपीओ का कहना है कि डीएम के निर्देशानुसार विभाग में कार्यरत पात्र आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सहायिकाओं को नियमानुसार अन्य विभागों द्वारा चलायी जा रही विभागीय योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए भी प्रयास किया जा रहा है।